गुरुवार, जुलाई 14, 2011

मेरा देश भगवान भरोसे और आपका...

राहुल गांधी ने कहा है कि हम हर हमले को नहीं रोक सकते हैं. उधर गृहमंत्री पी चिदम्‍बरम ने कहा है कि इस हमले से संबंधित कोई खुफिया जानकारी नहीं भेजी गई थी और ना ही किसी एजेंसी के पास इससे संबंधित कोई जानकारी उपलब्‍ध थी. कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जयसवाल ने कहा कि 26/11 के बाद 31 महीनों तक मुंबई में कोई आतंकी घटना नहीं घटी है यह सरकार की उपलब्धि है.

इन बयानों पर सबकी अपनी राय हो सकती है. देश के तीन कद्दावर नेता जो राय जाहिर कर रहे हैं उससे देश की जनता मेरे समझ से गर्व महसूस नहीं करेगी. क्‍या राहुल अपने बयान से यह जाहिर करना चाहते हैं कि देश के सुरक्षा की जिम्‍मेदारी मेरी नहीं है, ऐसे हमले होते रहेंगे और हम इसका कुछ नहीं कर सकते?

महाराष्‍ट्र में कांग्रेस और केंद्र में भी कांग्रेस की सरकार है तो क्‍या पी चिदम्‍बरम अपने बयान से यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि महाराष्‍ट्र सरकार की कहीं कोई खामी नहीं है और ना ही केंद्र सरकार की कोई कमी है?

...और श्रीप्रकाश जी यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि मुंबई में 31 महीनों तक कोई आतंकी हमला नहीं हुआ तो यह उनकी या उनके सरकार की उपलब्धि है?

अगर सरकार हमें सुरक्षा नहीं दे सकती, देश में भ्रष्‍टाचार नहीं रोक सकती, महंगाई से निजात नहीं दिला सकती तो फिर क्‍या कर सकती है? क्‍या वह सिर्फ निर्दोषों पर लाठीचार्य (जैसा कि बाबा रामदेव एवं उनके समर्थकों पर रामलीला मैदान में हुआ) करने के लिए बैठी है या फिर महंगाई बढ़ाने की पेट्रोल डीजल की बढ़ी कीमतों की सूचना देने के लिए बैठी है?

मेरे विचार से अपने देश में सुरक्षा व्‍यवस्‍था सहित तमाम व्‍यवस्‍थाएं भगवान भरोसे चल रही है. आपका क्‍या मानना है?

दलित बस्‍ती में ही सफाई करने क्‍यों पहुंच जाते हैं नेता...

बीजेपी हो या कांग्रेस या आम आदमी पार्टी सभी अपने सोच से सामंती व्‍यवस्‍था के पोषक हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वॉड...